Sunday, September 18, 2016

ये बेबसी...

17 शहीद हो गये औऱ 17 शहीद हो गये। दो दिन का शोक औऱ फिर सब अपने काम मे मस्त... भाषण दो दिन फिर सुट से मफलर की बात..
शहादत का अपमान ना करें... आगे बढो 17 के बदले 1700 ले कर आयो..
क्षमा. शोभती उस भुजग को जिसके पास गरल हो ..उसको. नहीं जो दन्तहीन विषहीन सरल हो..अपनी ताकत दिखाओ..भावना मे बह कर नहीं... पर रोक कर भी नहीं।


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