Tuesday, March 24, 2020

उप्परवाले की वॉर्निंग

दुनिया में भगवान की अहमियत आज  इंसान को पता चल रहा हैं।  एक नहीं दिखने  वाले वायरस ने आदमी की औकात बता दी। सब लाचार है पंगु है आज
भगवान  बोले  रफ़्तार कम करो ,धरती पर रहम करो,पर हम कहा सुनते थे हमे तो पता नहीं कहा जाना था ,फुल एक्सेलेटर ,भगवन ने इमरजेंसी ब्रेक लगा के पार्किंग मोड में डाल दिया।

अब धरती के भगवान के सहारे हो ,जब तक वो ठीक स्वस्थ  रहे,पर हमारी आदत है न जो मिले उसे निचोड़ लो ,तो हम क्या कर रहे है डॉक्टर की सलाह घर में रहने की नहीं मान रहे है,स्कूल कॉलेज  ऑफिस सब बंद है पर फिर भी हमे बाहर जाना  हैं ,देखना है कौन बाहर आया है ,हमे  घूमना है ,क्यों क्योकि अभी डॉक्टर तो हैं न ,हमे तो अपने से मतलब है ,वो हमे ठीक कर दे भले वो ठीक न रहे।
सुधर जाओ नहीं तो हमेशा  के लिए पार्किंग मोड में चले जायोगे,

एक बात और कुछ लोगो को लगता हम पूजा कर रहे है नमाज़ पढ़ रहे ,भगवन को याद कर रहे है तो हमे कुछ नहीं होगा आराम से लोगो के गले मिलेंगे हाथ मिलएंगे भगवान तो है ही ,भाई लोग उप्परवाले  ने  भी अपना दरवाजा हम जाहिलो के लिए बंद कर दिया  ,मंदिर बंद मस्जिद बंद गुरुद्वारा बंद ,चर्च बंद ,अब क्या कहते हो शमशान  और कब्रिस्तान भी बंद हो जाये ,

सुधर जाओ... नहीं तो भगवान को सुधारना अच्छे से आता हैं। 

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